"ज्ञान ही मुक्ति का मार्ग है, और सत्संग उसका द्वार।"
"जिस प्रकार शरीर को भोजन की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार आत्मा को सत्संग और स्वाध्याय की। यह साहित्य केवल पढ़ने के लिए नहीं, बल्कि जीवन में उतारने के लिए है। बजरंग वाणी का हर शब्द एक मंत्र है जो आपके जीवन के अंधकार को मिटा सकता है।"
- श्री बजरंग दास जी महाराज
यहाँ उपलब्ध साहित्य श्री बजरंग बाला जी दरबार द्वारा जन-कल्याण हेतु नि:शुल्क प्रदान किया जा रहा है।
दिव्य प्रेरणा से रचित ग्रंथ। मानसिक शांति और जीवन की समस्याओं के समाधान के लिए इसका नित्य पाठ करें।
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